AngelOne Demat Account: भारत में पिछले कुछ वर्षों में शेयर मार्केट में निवेश का चलन काफी तेजी से बढ़ा है। आंकड़ों पर गौर करें तो 2019 में भारत में लगभग 3 करोड़ व्यक्ति ही इन्वेस्ट करते थे, वहीं आज (2025 में) यह संख्या बढ़कर 11 से 13 करोड़ के बीच पहुँच गई है।
शेयर मार्केट में निवेश करने वालों की इस संख्या में देखी गई अच्छी-ख़ासी ग्रोथ ऑनलाइन ब्रोकर्स के आने से हुई है। पहले के समय में निवेश ऑफलाइन तरीके से होता था, लेकिन अब हर कोई घर बैठे आसानी से शेयर मार्केट में निवेश कर सकता है। हालांकि शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए इन्वेस्टर्स के पास एक Demat Account होना चाहिए।
इसलिए आज के इस लेख में हम आपको भारत के सबसे भरोसेमंद और विश्वसनीय ऑनलाइन ब्रोकर AngelOne के डीमैट अकाउंट के बारे में विस्तार से बताएँगे। इसके अलावा इस लेख में हम डीमैट अकाउंट की बेसिक जानकारी से लेकर AngelOne Demat Account के फीचर्स, फायदे, फीस आदि के बारे में भी जानेंगे।
Demat Account क्या है?
अब सबसे पहले जानते हैं कि आखिर एक Demat Account क्या है? डीमैट अकाउंट एक तरह से ऑनलाइन अकाउंट होता है, जिसका इस्तेमाल शेयर और सिक्योरिटीज़ को इलेक्ट्रॉनिक (डिमटेरियलाइज़्ड) फॉर्मेट में रखने के लिए किया जाता है। इसके अलावा इसका इस्तेमाल बॉन्ड, ETF, म्यूचुअल फंड और स्टॉक मार्केट के अन्य Assets को रखने के लिए भी किया जाता है।

डीमैट का पूरा नाम डिमटेरियलाइज़्ड अकाउंट है। यह एक ऑनलाइन पोर्टफोलियो के रूप में काम करता है, जिसमें शेयर और अन्य सिक्योरिटीज़ स्टोर होती है। आसान भाषा में समझें तो यह एक सेविंग बैंक अकाउंट की तरह है, जहां बैंक अकाउंट में आप कैश का लेन-देन करते हैं, वहीं डीमैट अकाउंट में शेयर और सिक्योरिटीज को खरीदा और बेचा जाता है। जब से डीमैट अकाउंट ने मार्केट में एंट्री ली है, तब से शेयर्स और अन्य सिक्योरिटीज़ का फिजिकल रूप से लेन-देन लगभग खत्म हो गया है।
भारत में Demat Account के अलग-अलग प्रकार
अब तक हमने डीमैट अकाउंट के बारे में अच्छे से जान लिया है, अब हम इसके अलग-अलग प्रकारों के बारों में जानते हैं। इसकी मदद से आप जान पाएंगे कि आपके लिए कौनसा डीमैट अकाउंट सही है।
- रेगुलर डीमैट अकाउंट: यह भारत में रहने वाले सभी भारतीय नागरिकों के लिए है। ध्यान रखें कि अगर आप फ्यूचर और ऑप्शन में ट्रेडिंग करना चाहते हैं, तो इसके लिए रेगुलर डीमैट अकाउंट की आवश्यकता नहीं है।
- BSDA डीमैट अकाउंट: बेसिक सर्विसेज डेमैट अकाउंट रेगुलर डेमैट अकाउंट जैसा ही होता है। एकमात्र अंतर यह है कि अगर इस अकाउंट में ₹50,000 या उससे कम की होल्डिंग है, तो इस तरह के अकाउंट के लिए कोई मेंटेनेंस चार्ज नहीं लगता है।
- रिपेट्रेएबल डीमैट अकाउंट: यह अकाउंट विदेशियों के लिए है, जिन्हें गैर-निवासी भारतीय या NRI कहा जाता है। इसकी मदद से गैर-निवासी भारतीय विदेश से भारत के शेयर मार्केट में निवेश कर सकते हैं। हालांकि, इस प्रकार के डीमैट अकाउंट को NRE बैंक अकाउंट से लिंक होना चाहिए।
- नॉन-रिपेट्रेएबल डीमैट अकाउंट: यह भी NRI के लिए है, लेकिन इस प्रकार के डीमैट अकाउंट से विदेश में फंड ट्रांसफर नहीं किया जा सकता। साथ ही इस प्रकट के डीमैट अकाउंट को NRO बैंक अकाउंट से लिंक होना चाहिए।
- DR डीमैट अकाउंट: DR डीमैट अकाउंट एक विशेष उद्देश्य वाला डीमैट अकाउंट है जो विदेशी डिपॉजिटरी सिस्टम से भारतीय डिपॉजिटरी सिस्टम में ट्रांसफर के दौरान सिक्योरिटीज़ को रखने में मदद करता है।
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Demat Account खोलने से पहले यह बातें जान लें
बिना डीमैट अकाउंट के आप सिक्योरिटीज खरीद या बेच नहीं सकते। इक्विटी, डेरिवेटिव, एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF), बॉन्ड और डिबेंचर में निवेश या ट्रेडिंग करने के लिए डीमैट अकाउंट होना चाहिए। म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए आपको डीमैट अकाउंट की ज़रूरत नहीं है, लेकिन आप अपने म्यूचुअल फंड यूनिट्स को डीमैट अकाउंट में रख सकते हैं।

इसके अलावा आपको डीमैट अकाउंट केवल सेबी रजिस्टर्ड ब्रोकर्स से ही खुलवाना चाहिए, जिसमें AngelOne सबसे भरोसेमंद और विश्वसनीय ब्रोकर है। जब भी आप अच्छे ब्रोकर की तलाश करें तो यह जान लेन कि भारत में दो तरह की ब्रोकरेज़ फर्म होती है- डिस्काउंट ब्रोकर और फुल-सर्विस ब्रोकर।
- डिस्काउंट ब्रोकरेज बस आपके निर्देशों को पूरा करता है और आपको इक्विटी और डेरिवेटिव ट्रेडिंग सर्विसेज प्रदान करने में मदद करेगा।
- दूसरी ओर एक फुल-सर्विस ब्रोकर म्यूचुअल फंड, इक्विटी, ऑप्शन, फ्यूचर, कमोडिटी, करेंसी, IPO और अन्य में ट्रेडिंग और निवेश के अवसर प्रदान करता है। इसके अलावा यह पोर्टफोलियो मैनेज और एडवाइजरी सर्विसेज देता है।
इसके अलावा डीमैट अकाउंट खोलने से पहले ब्रोकरेज शुल्क के बारे में भी अच्छे से जान लेना चाहिए। आजकल ज़्यादातर कंपनियां फ्री डीमैट अकाउंट देती हैं, लेकिन इक्विटी खरीदने-बेचने पर ट्रांजैक्शन फीस लेती हैं। इसलिए अकाउंट खोलने की फीस के अलावा, अपने डीमैट अकाउंट की सालाना मेंटेनेंस फीस और ट्रांजैक्शन चार्ज को भी अवश्य देखना चाहिए।
Demat और Trading Account में क्या अंतर है?
डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट दो अलग-अलग प्रकार के अकाउंट है, जिनका इस्तेमाल अलग-अलग कामों के लिए किया जाता है। डीमैट अकाउंट एक तरह से आपके शेयर्स और सिक्योरिटीज को इलेक्ट्रोनिक रूप में रखने का काम करता है, जबकि ट्रेडिंग अकाउंट की मदद से आप इन सिक्योरिटीज को खरीद और बेच सकते हैं।
- Demat Account: डीमैट का मतलब है डीमैटेरियलाइज्ड, यानी इस अकाउंट की मदद से स्टॉक्स या अन्य सिक्योरिटीज को इलेक्ट्रोनिक रूप में स्टोर किया जाता है।
- Trading Account: वहीं ट्रेडिंग अकाउंट एक ऐसा इंटरफ़ेस है जो स्टॉक, कमोडिटी और करेंसी सहित फाइनेंशियल सिक्योरिटीज को स्टॉक मार्केट में खरीदने और बेचने की सुविधा देता है। यह इन्वेस्टर के बैंक और डीमैट अकाउंट के बीच एक इंटरफ़ेस के रूप में काम करता है।
इस तरह से डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट दो अलग-अलग अकाउंट है, लेकिन यह दोनों अपने आपसे गहराई से जुड़े हैं। इसलिए अगर आप अपना डीमैट अकाउंट खुलवाना चाहते हैं, तो आपको 2 इन 1 वाला अकाउंट खुलवाना चाहिए। यानी जिसमें ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट दोनों हो।
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AngelOne Demat Account- 2025 में फीचर्स और फायदे
AngelOne भारत का सबसे बड़ा फुल-सर्विस ब्रोकर है, जो शेयर मार्केट से जुड़ी प्रत्येक प्रकार की सर्विसेज प्रदान करता है। AngelOne के साथ डीमैट अकाउंट खुलवाने के बहुत सारे फायदे है, साथ ही यह अन्य प्रकार के फीचर्स भी प्रदान करता है, जो आपके लिए शेयर मार्केट ट्रेडिंग में फायदेमंद साबित हो सकती है।
फायदे
- एंजलवन के साथ डीमैट अकाउंट खोलने से फिजिकल सिक्योरिटीज के रिस्क खत्म हो जाते हैं, क्योंकि डीमैट अकाउंट में होल्डर अपनी सभी इन्वेस्टमेंट को इलेक्ट्रॉनिक रूप में रख सकते हैं।
- एंजलवन डीमैट अकाउंट होल्डर एक ही अकाउंट के ज़रिए अपने सभी निवेशों को आसानी से होल्ड और ट्रैक कर सकते हैं।
- इसके अलावा इसकी मदद से आप कम मात्रा में भी शेयर खरीद और बेच सकते हैं।
- एंजलवन डीमैट अकाउंट ओपन करने के लिए कोई फीस नहीं है, आप इसे फ्री खोल सकते हैं।
फीचर्स
- निवेशक शेयर खरीदने या बेचने के लिए डिलीवरी इंस्ट्रक्शन स्लिप (DIS) या रसीद इंस्ट्रक्शन स्लिप (RIS) के माध्यम से अपनी होल्डिंग ट्रांसफर कर सकते हैं।
- कई लेंडर निवेशक के डीमैट अकाउंट में रखी सिक्योरिटीज के हिसाब से लोन भी प्रदान करते हैं।
- इसके अलावा आप एंजलवन डीमैट को आवश्यकता होने पर कुछ समय के लिए फ्रीज कर सकते हैं।
- एंजलवन डीमैट अकाउंट को कंप्यूटर, स्मार्टफोन या अन्य स्मार्ट डिवाइस का उपयोग करके इंटरनेट के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है।
AngelOne Vs अन्य ब्रोकर्स
यहाँ तक हमने डीमैट अकाउंट के बारे में अच्छे से जान लिया है, अब हम एंजलवन और अन्य ब्रोकर्स की तुलना करते हैं, ताकि आपके लिए सही प्लेटफॉर्म का चयन करना आसान हो जाए।
AngelOne मुख्य फीचर्स और चार्ज
| ब्रोकरेज / ट्रेडिंग चार्ज | – इक्विटी डिलीवरी: ₹0 (फ्री) – इंट्राडे: ₹20 प्रति ऑर्डर या 0.03% (जो कम हो) – F&O, करेंसी और कमोडिटी: फ्लैट ₹20 प्रति ऑर्डर |
| अकाउंट / डीमैट और AMC | – अकाउंट ओपनिंग: फ्री – डीमैट AMC: नॉन-BSDA क्लाइंट के लिए ₹60 + GST प्रति क्वार्टर (अगर ट्रेड हुआ तो) |
| ऑफ़र | पहले 30 दिनों तक ₹500 तक ब्रोकरेज फ्री |
| अन्य चार्ज | DP चार्ज, डीमैट/रीमैट सर्टिफिकेट चार्ज, प्लेज फीस आदि |
| प्लेटफ़ॉर्म / सर्विस | मोबाइल और वेब दोनों ऐप्स, रिसर्च और एडवाइजरी सपोर्ट। इसे “फुल-सर्विस डिस्काउंट ब्रोकर” कहा जाता है। |
AngelOne Vs अन्य ब्रोकर्स
| ब्रोकर्स | फीचर्स | एंजलवन |
|---|---|---|
| Zerodha | -साफ-सुथरा इंटरफेस, कोई ब्रोकरेज नहीं डिलीवरी पर -Kite ऐप और अच्छे टेक्निकल टूल्स -सबसे बड़ा क्लाइंट बेस | -AngelOne में शुरुआती ऑफ़र और एडवाइजरी बेहतर -रिसर्च सपोर्ट AngelOne में मिल जाता है |
| ICICI Direct | -मजबूत ब्रांड और बैंकिंग इंटीग्रेशन -रिसर्च और प्रोडक्ट की बड़ी रेंज -ऑफलाइन नेटवर्क भी मजबूत | -ब्रोकरेज ज़्यादा (जैसे डिलीवरी पर 0.55%) -सस्ते ट्रेडिंग के लिए AngelOne बेहतर |
| Upstox | -डिस्काउंट ब्रोकर, Zerodha जैसा प्राइसिंग -अच्छे प्लेटफ़ॉर्म और टूल्स | -AngelOne की रिसर्च और ऑफ़र ज़्यादा उपयोगी |
| Groww | -आसान और फ्रेंडली ऐप -लॉन्ग-टर्म निवेशकों के लिए बढ़िया | -F&O और एडवांस्ड ट्रेडिंग टूल्स की कमी -AngelOne एक्टिव ट्रेडिंग के लिए बेहतर |
AngelOne यूजर एक्सपीरियंस
- AngelOne में “Web Trading Platform” हैं, जहां इसमें 100 से अधिक इंडिकेटर्स, एडवांस चार्टिंग सिस्टम आदि देखने को मिलते हैं।
- इसके अलावा इसमें Market Trend, Limit, स्टॉप-लॉस, कवर और ब्रेकर जैसे टूल्स भी हैं।
- एंजलवन पर अकाउंट ओपन करने की प्रक्रिया पूरी तरह से पेपरलैस है, जिसके लिए आधार, पैन और बैंक अकाउंट अनिवार्य है।
- फ्युचर & ऑप्शन ट्रेडिंग करने के लिए इसमें OI, Greeks और फिल्टर जैसी सुविधाएं दी गई है।
- फिलहाल इसमें रियल टाइम डेटा और फास्ट चार्ट लोडिंग पर काम हो रहा है, जो जल्द ही ट्रेडिंग को आसान बना देगा।
- अब हम यूजर एक्सपीरियंस की बात करें तो इसका इंटरफेस काफी सरल है, जिसमें चार्टिंग और मार्केट इनसाइट्स काफी अच्छा है।
- हालांकि कुछ यूजर्स ने lagging की भी शिकायत की है, जिससे ऑर्डर प्लेस करने में प्रॉबलम आती है।
इस तरह हमारी राय में एंजलवन का UX और टेक्नोलॉजी काफी अच्छी है, जिसमें ढेर सारे फीचर्स देखने को मिलते हैं।
AngelOne Demat Account कैसे खोलें?
यहाँ तक हमने Demat अकाउंट की सभी बेसिक बातों के बारे में जान लिया है, इसके अलावा हमने भारत के सबसे भरोसेमंद और विश्वसनीय फुल-सर्विस ब्रोकर AngelOne के बारे में भी अच्छे से जाना। अगर आप AngelOne पर अपना डीमैट अकाउंट ओपन करना चाहते हैं, तो आपको नीचे दिए गए स्टेप्स फॉलो करने होंगे।
आवश्यक दस्तावेज़
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड (आधार से लिंक होना चाहिए)
- बैंक पासबुक
- आधार कार्ड में जुड़ा हुआ मोबाइल नंबर
अकाउंट कैसे खोलें?
- सबसे पहले AngelOne की आधिकारिक वेबसाइट या इस लिंक (Open Free AngelOne Demat Account) पर क्लिक करें।
- यहाँ आपको “Open Demat Account” पर क्लिक करना है, जिसके बाद एक नया फॉर्म खुलेगा।
- इस फॉर्म में अपना नाम, फ़ोन नंबर और शहर जैसी जानकारी भरें। फिर आपके मोबाइल नंबर पर एक OTP आएगा।
- OTP डालें और फिर वह ईमेल एड्रेस डालें, जिस पर दूसरा OTP आएगा।
- अपना PAN नंबर डालें।
- अपने बैंक अकाउंट की जानकारी डालें।
- आधार के ज़रिए KYC की जानकारी डालें।
- सेल्फी और सिग्नेचर अपलोड करें।
- आपका काम लगभग हो गया। आप e-Sign से वेरिफिकेशन पूरा कर सकते हैं।
- इसके बाद आपका डीमैट अकाउंट खुल जाएगा।
- आपको ईमेल और मोबाइल पर डीमैट अकाउंट लॉगिन क्रेडेंशियल मिल जाएंगे।
- इसके बाद F&O ट्रेडिंग सुविधा एक्टिवेट कर सकते हैं और नॉमिनी जोड़ सकते हैं।
नोट:- एक इन्वेस्टर एक से अधिक डीमैट अकाउंट खोल सकता है। ये अकाउंट एक ब्रोकर या अन्य ब्रोकर के साथ भी हो सकते हैं।
AngelOne Demat Account में ट्रेडिंग कैसे करें: ट्रेडिंग गाइड
यहाँ तक हमने डीमैट अकाउंट खोलने के बारे में अच्छे से जान गए हैं। अगर आप नए ट्रेडर हैं, तो आपको शायद ट्रेडिंग का इतना नॉलेज नहीं है। इसलिए यहाँ हम एंजलवन पर ट्रेडिंग करने के स्टेप्स बताएँगे, तो आइए शुरू करते हैं-
- सबसे पहले आपको एंजलवन पर अपना डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलना है।
- इसके बाद इन दोनों अकाउंट्स को एक साथ लिंक करना है।
- हालांकि दोनों अकाउंट अलग-अलग ब्रोकर्स के साथ है, तो भी आप इन्हें एक साथ लिंक कर सकते हैं।
- यहाँ आपकी जानकारी के लिए बता दें एंजलवन पर ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट एक साथ फ्री मिलते हैं।
- अब ट्रेडिंग शुरू करने के लिए, अपने ट्रेडिंग अकाउंट से ऑर्डर दें। आपका ब्रोकर आपको संबंधित एक्सचेंज से कनेक्ट करेगा।
- फिर एक्सचेंज पर ऑर्डर प्रोसेस किया जाएगा। फिर एक्सचेंज ऑर्डर से संबंधित सभी जानकारी चेक करेगा।
- जैसे ही ऑर्डर प्रोसेस हो जाता है, शेयर या सिक्योरिटी आपके डेमैट अकाउंट में क्रेडिट या डेबिट हो जाएगी।
- बस इतने से स्टेप्स से आप एंजलवन पर ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं।
AngelOne Demat Account से म्यूचुअल फंड में निवेश करें
पिछले कुछ वर्षों में म्यूचुअल फंड ने भारतीय निवेशकों के बीच एक अलग पहचान बनाई है। कुछ फंडस ने पिछले पाँच वर्षों में 25 फीसदी से भी अधिक का रिटर्न दिया है। इसलिए अगर आप भी म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं, तो एंजलवन इसकी भी सुविधा देता है।
- इसके लिए सबसे पहले आपके पास एंजलवन का डीमैट अकाउंट होना चाहिए।
- अगर आपके पास पहले से अकाउंट है, तो आपको एनजलवन ऐप या वेबसाइट पर लॉगिन करना होगा।
- यहाँ डैशबोर्ड पर आपको “Mutual Funds” सेक्शन में जाना है।
- इसके बाद आप जिस म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं, उसे सिलेक्ट करना है।
- अब अगर आप एक बार या किश्तों में निवेश करना चाहते हैं, तो क्रमशः Lumpsum और SIP का चयन करना है।
- फिर आपको जितनी राशि इन्वेस्ट करनी है, उसे एंटर करें।
- अब एंजल वन से लिंक अपने बैंक अकाउंट का चयन करें।
- एक बार निवेश करने के बाद, आप “पोर्टफोलियो” सेक्शन में अपने सभी म्यूचुअल फंड को ट्रैक कर सकते हैं।
- यहाँ आपको NAV अपडेट, रिटर्न और ग्रोथ चार्ट दिखाई देंगे।
Angel One Demat Account Review
एंजलवन भारत का सबसे भरोसेमंद और विश्वसनीय ऑनलाइन फुल-सर्विस डिस्काउंट ब्रोकर है। आइए यहाँ एंजलवन पर डीमैट अकाउंट का रिवियू जान लेते हैं, ताकि आपके लिए सही विकल्प का चयन करना आसान हो जाए।
1. चार्ज
- अकाउंट ओपनिंग फीस: फ्री (₹0)
- Annual Maintenance (AMC): ₹240
- कॉल और ट्रेड: हर ऑर्डर पर ₹20
- इक्विटी डिलीवरी: ₹0
- इक्विटी इंट्राडे: 0.03%
- F&O (इक्विटी, कमोडिटी, करेंसी): हर ऑर्डर पर ₹20
ध्यान रहें एंजेल वन एक फिक्स्ड ब्रोकरेज मॉडल अपनाता है। इस पर अन्य कोई चार्ज नहीं लिया जाता है, जो भी चार्ज है वो फिक्स हैं। इसलिए यह अन्य ब्रोकर्स की तुलना में काफी किफ़ायती है।
2. मार्जिन फ़ैसिलिटी
- इक्विटी डिलीवरी: 1x (कोई एक्सट्रा लेवरेज नहीं)
- इंट्राडे: 4x तक
- इक्विटी फ्यूचर्स: 4x
- ऑप्शंस: 3x–4x
- कमोडिटी और करेंसी: 4x तक
नोट:- लेवरेज ठीक-ठाक है, हालांकि कुछ डिस्काउंट ब्रोकर ज़्यादा इंट्राडे मार्जिन देते हैं।
3. ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म
- एंजेल वन सुपर ऐप– लाइव मार्केट इनसाइट्स, एडवांस्ड चार्टिंग, ऑप्शन चेन, स्ट्रेटेजी बिल्डर और पोर्टफोलियो ट्रैकिंग जैसे स्मार्ट फीचर्स वाला मॉडर्न ऐप।
- एंजेल वन ट्रेड (वेब)– एडवांस्ड चार्ट, GTT, कवर और ब्रैकेट ऑर्डर जैसे ऑर्डर टाइप, साथ ही F&O स्ट्रेटेजी टूल।
दोनों प्लेटफॉर्म यूजर-फ्रेंडली, फास्ट और स्मॉलकैस, सेंसिबल और वेस्टेड जैसे टूल्स के साथ इंटीग्रेट हैं।
4. फायदे
- इसमें इंट्राडे, F&O, करेंसी और कमोडिटी पर हर ऑर्डर पर ₹20 की फिक्स्ड ब्रोकरेज है।
- इक्विटी डिलीवरी और म्यूचुअल फंड पूरी तरह फ्री है।
- स्मार्ट फीचर्स वाले एडवांस्ड और यूजर-फ्रेंडली प्लेटफॉर्म।
- रिसर्च रिपोर्ट, स्टॉक एनालिसिस और एक्सपर्ट सलाह जैसे फीचर्स हैं, जो अन्य डिस्काउंट ब्रोकरों पर कम ही देखने को मिलते हैं।
- एंजलवन भारत में पुराना नाम और बड़े ग्राहकों का नेटवर्क है।
5. नुकसान
- व्यस्त समय में कस्टमर सपोर्ट धीमा रहता है।
- ऐप में कभी-कभी टेक्निकल गड़बड़ होती है।
- कुछ नए ब्रोकरों (जैसे Zerodha) की तरह कोई जीरो-ब्रोकरेज डिलीवरी प्लान नहीं है।
- एडवांस्ड प्लेटफॉर्म शुरुआती लोगों के लिए थोड़ा मुश्किल हो सकता है।
- कॉल और ट्रेड पर हर ऑर्डर के लिए ₹20 चार्ज लगता है।
6. एक्सट्रा फ़ीचर्स
- 3-इन-1 अकाउंट (ट्रेडिंग + डीमैट + बैंक)
- फ़्री रिसर्च कॉल और SMS अलर्ट
- म्यूचुअल फंड, IPO, बॉन्ड, ETF और इंश्योरेंस में निवेश
7. कुल मिलाकर रिव्यू
एंजल वन एक टेक्नोलॉजी-बेस्ड फुल-सर्विस ब्रोकर है जो कम ब्रोकरेज चार्ज के साथ रिसर्च और एडवाइज़री सर्विस देता है। यह इन ट्रेडर्स के लिए सही है:
- ऐसे ट्रेडर जो तेज़ एग्ज़ीक्यूशन, मार्जिन सपोर्ट और एडवांस्ड टूल चाहते हैं।
- ऐसे इन्वेस्टर जो रिसर्च रिपोर्ट, लर्निंग रिसोर्स और निवेश के कई ऑप्शन को महत्व देते हैं।
- हालांकि कस्टमर सपोर्ट में देरी और कभी-कभी ऐप में दिक्कतें इसके कमज़ोर पहलू हैं, लेकिन एंजल वन की किफायती दरें, फ़ीचर्स और भरोसेमंद होने की वजह से यह भारत में टॉप ब्रोकरों में से एक है।
- ऐसे ट्रेडर जो कम कीमत में ट्रेडिंग + रिसर्च सपोर्ट चाहते हैं, और ऐसे इन्वेस्टर जो डिस्काउंट ब्रोकर और फुल-सर्विस ब्रोकर के बीच बैलेंस चाहते हैं।
पोस्ट के बारे मे।
तो दोस्तों यह था हमारा आज का आर्टिक्ल AngelOne Demat Account। इस लेख में हमने भारत के सबसे भरोसेमंद और विश्वसनीय फुल-सर्विस डिस्काउंट ब्रोकर एंजलवन के डीमैट अकाउंट के बारे में अच्छे से जाना। अगर आप ऐसे ट्रेडर है, जो कम कीमत में ट्रेडिंग + रिसर्च सपोर्ट के साथ डिस्काउंट ब्रोकर व फुल-सर्विस ब्रोकर के बीच बैलेंस चाहते हैं, तो यह आपके लिए एकदम सही प्लेटफॉर्म है।
अक्सर पुछे जाने वाले सवाल।
Angel One Demat Account क्या है?
एंजलवन डीमैट अकाउंट एक ऑनलाइन अकाउंट है, जिससे आप शेयर और दूसरी सिक्योरिटीज को इलेक्ट्रॉनिक रूप से रख सकते हैं और एंजेल वन के प्लेटफॉर्म से ट्रेड कर सकते हैं।
क्या एंजलवन में अकाउंट ओपनिंग फ्री है?
हाँ, एंजलवन फ्री डीमैट अकाउंट खोलने की सुविधा देता है। हालांकि सालाना ₹240 का AMC चार्ज लगता है।
एंजलवन में ब्रोकरेज चार्ज क्या है?
इक्विटी डिलीवरी फ्री है, जबकि इंट्राडे, F&O, कमोडिटी और करेंसी ट्रेड पर हर ऑर्डर पर ₹20 का फिक्स्ड चार्ज लगता है।
मैं ऑनलाइन एंजलवन डीमैट अकाउंट कैसे खोल सकता हूँ?
आप पैन, आधार, बैंक प्रूफ और सिग्नेचर के साथ इसे ऑनलाइन खोल सकते हैं। यह प्रोसेस सिर्फ कुछ मिनट में पूरा हो जाता है।
क्या एंजलवन डीमैट अकाउंट नए ट्रेडर्स के लिए अच्छा है?
हाँ, एंजेल वन इस्तेमाल में आसान ऐप, रिसर्च रिपोर्ट और लर्निंग रिसोर्स देता है, जो इसे नए इन्वेस्टर्स और ट्रेडर्स के लिए फ्रेंडली बनाता है।
क्या मैं एंजलवन के ज़रिए म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट कर सकता हूँ?
हाँ, एंजलवन अपने प्लेटफॉर्म के ज़रिए बिना कमीशन वाले डायरेक्ट म्यूचुअल फंड में निवेश की सुविधा देता है।

